हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर प्रियंका गांधी ने लिखाः यह भयावह और शर्मनाक है कि ग़ज़ा में लगभग दस हज़ार नागरिकों का नरसंहार कर दिया गया है, जिनमें क़रीब पांच हज़ार बच्चे हैं। पूरे के पूरे परिवार ख़त्म कर दिए गए हैं।
उन्होंने युद्ध विराम का विरोध करने वाले वाले अमरीका और पश्चिमी देशों पर कटाक्ष करते हुए लिखाः अस्पतालों पर, एंबुलेंसों पर बमबारी की जा रही है, शरणार्थी कैंपों को निशाना बनाया जा रहा है और फिर भी तथाकथित स्वतंत्र दुनिया के तथाकथित नेता फ़िलिस्तीनी नागरिकों के इस नरसंहार का समर्थन कर रहे हैं और इसके लिए वित्तीय सहायता दे रहे हैं।
प्रियंका गांधी का कहना था कि संघर्ष विराम वो सबसे पहला क़दम है, जिसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय को तुरंत लागू करवाना चाहिए, नहीं तो उसके पास कोई नैतिक अधिकार नहीं बचेगा।